संस्कृत भाषा का अनमोल खजाना
संस्कृत भाषा का अनमोल खजाना संस्कृत भाषा के इस खजाने में कई अमूल्य रत्न छुपे है , बस जरुरत है उन रत्नों को ढूँढ निकालने संस्कृत भाषा सबसे प्राचीन अमूल्य अनोखी अवर्णनीय अतुल्य भाषा है ।संस्कृत भाषा संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल एक भाषा है , प्राचीन भारतीय ज्ञान इसी भाषा में है ।अतः इसे वैकल्पिक विषय के रुप में नही बल्कि एक अनिवार्य विषय के रुप में शामिल किया ✓जाना आवश्यक है । देश में एक ऐसा वर्ग बन गया है जो कि संस्कृत भाषा से शून्य है परन्तु उनकी छद्म धारणा यह बन गई है कि .. संस्कृत में जो कुछ भी लिखा है वे सब पूजा पाठ के मण्त्र ही होगें , इसका एकमात्र कारण उन्होंने कभी संस्कृत भाषा का अध्ययन ही नही किया ।उन्हें इस बात का अंश मात्र भी ज्ञान नही है कि संस्कृत के इस विशाल भंडार में विपुल खजाने में क्या क्या वर्णित है एवं कितना कुछ ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है ।अब आपको एक छोटा सा उदाहरण बताना चाहती हूँ जिसको पढ़ कर आप इतना तो समझ ही जायेगे कि इस भाषा में कितना कुछ है – चतुरस्त्रं मण्डलं चिकीर्षन्...